सुना है इंसान के कमरे में लटकती हुयी तसवीर इंसान के विचारों को व्यक्त करती है। सुना है इंसान के कमरे में लटकती हुयी तसवीर इंसान के विचारों को व्यक्त करती है।
लिखा था -"माँ तो चली गयीं, उन्हें नहीं देख सकता पर रोज़ कुछ देर आपको देख लेता हूँ तो लगत लिखा था -"माँ तो चली गयीं, उन्हें नहीं देख सकता पर रोज़ कुछ देर आपको देख लेता हूँ...
बहन तुम्हारे लिए मै बाजार से बापू की तस्वीर ले आया हूं।ज़रा! इसे देखिए तो सही। बहन तुम्हारे लिए मै बाजार से बापू की तस्वीर ले आया हूं।ज़रा! इसे देखिए तो सही।
हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर हृदयहीन समाज की एक और तस्वीर
यह जो बिजूका है, थकता नहीं बेचारा, ऐसे बांहे ताने ताने यह जो बिजूका है, थकता नहीं बेचारा, ऐसे बांहे ताने ताने
मनुष्य को भी गुलाब के फूलों के समान अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।" मनुष्य को भी गुलाब के फूलों के समान अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।"